GST Rate Change 2025: क्या सस्ता और क्या महँगा हुआ | 4 सितंबर 2025 की बड़ी खबर
लेखक :- सुकेश कौरव
नमस्कार दोस्तों, स्वागत है आपका आज की हमारी बड़ी खबरों में।
आज हम बात करेंगे GST काउंसिल की मीटिंग में लिए गए बड़े फैसलों की, जिसमें कई वस्तुओं और सेवाओं पर टैक्स स्लैब में बदलाव किया गया है।
इन बदलावों से आम जनता की जेब पर क्या असर पड़ेगा, कौन-सी चीज़ें सस्ती होंगी और कौन-सी महंगी, और यह नए नियम कब से लागू होंगे – इसकी पूरी जानकारी हम आपको विस्तार से देंगे।
दोस्तों, जैसा कि आप जानते हैं, GST यानी Goods and Services Tax भारत में एक ऐसा टैक्स सिस्टम है, जो अलग-अलग राज्यों और केंद्र सरकार के टैक्स को एक ही सिस्टम में ले आया है। अब हर बार जब काउंसिल की बैठक होती है, तो कई वस्तुओं और सेवाओं पर टैक्स दरों में फेरबदल किया जाता है। आज यानी 4 सितंबर 2025 को हुई बैठक में भी कई बड़े निर्णय लिए गए।
---
✅ क्या हुआ सस्ता?
सबसे पहले बात करते हैं अच्छी खबर की – यानी कौन-कौन सी चीजें सस्ती हुई हैं।
1. हैंडमेड खिलौने और लोकल क्राफ्ट आइटम्स
दोस्तों, हमारे देश की पहचान हमेशा से हस्तकला और लोकल कला से रही है। लेकिन महंगे टैक्स की वजह से ये सामान आम लोगों की पहुँच से बाहर हो रहे थे। पहले इन पर 12% GST लगता था, लेकिन अब सरकार ने इसे घटाकर सिर्फ 5% कर दिया है।
👉 इसका फायदा सीधे उन कारीगरों को मिलेगा जो अपने हाथों से खिलौने, मिट्टी के बर्तन या लोकल क्राफ्ट बनाते हैं। साथ ही, ग्राहक भी अब इन्हें कम दाम में खरीद पाएंगे।
--------------------------------------------
2. इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग उपकरण (EV Charging Equipment)
दोस्तों, आप जानते हैं कि सरकार लगातार इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही है। लेकिन EV चार्जिंग मशीन और उपकरण महंगे होने के कारण बहुत से लोग पीछे हट रहे थे। अभी तक इन पर 18% GST लगता था।
अब काउंसिल ने इस टैक्स को घटाकर 12% कर दिया है। इसका सीधा असर इलेक्ट्रिक वाहनों के इस्तेमाल पर पड़ेगा और लोग EV की ओर ज्यादा आकर्षित होंगे।
------------------------------------
3. खाद्य प्रसंस्करण मशीनरी (Food Processing Machinery)
किसानों और छोटे बिज़नेस वालों के लिए बड़ी राहत आई है। खाद्य प्रसंस्करण यानी Food Processing से जुड़ी मशीनों पर अब तक 18% GST लगता था। लेकिन अब इसे घटाकर 12% कर दिया गया है।
👉 इसका मतलब यह है कि अगर कोई किसान या छोटा उद्योगपति फल, सब्ज़ी या अनाज प्रोसेस करने की मशीन खरीदेगा तो उसे अब पहले से कम दाम में मिलेगी।
इससे एग्रीकल्चर सेक्टर और छोटे उद्योगों को बड़ा फायदा होगा।
---------------------------
🔴 क्या हुआ महँगा?
अब बात करते हैं उन चीज़ों की, जिनकी जेब पर बोझ बढ़ने वाला है।
1. लक्ज़री घड़ियाँ और प्रीमियम ज्वेलरी
जो लोग महंगी घड़ियाँ और सोने-हीरे की प्रीमियम ज्वेलरी खरीदते हैं, उनके लिए बुरी खबर है। अब तक इन पर 18% GST लगता था, लेकिन सरकार ने इसे बढ़ाकर 28% कर दिया है।
👉 सरकार का कहना है कि ये लग्ज़री सामान हैं और इन पर ज्यादा टैक्स लगना चाहिए, ताकि आम जनता की चीज़ें सस्ती रखी जा सकें।
------------------------------------------------
2. ऑनलाइन गेमिंग और कैसिनो सेवाएँ
पिछले कई महीनों से ऑनलाइन गेमिंग पर टैक्स को लेकर बहस चल रही थी। आज काउंसिल ने साफ़ कर दिया है कि इस सेक्टर पर भी टैक्स बढ़ेगा। अब तक ऑनलाइन गेमिंग पर 18% GST लगता था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 28% कर दिया गया है।
👉 इसका सीधा असर उन लोगों पर पड़ेगा जो गेमिंग ऐप्स, कैसिनो या ऑनलाइन बेटिंग जैसे प्लेटफॉर्म पर पैसा लगाते हैं। सरकार का मानना है कि यह जरूरी सेवा नहीं है, इसलिए इस पर ऊँचा टैक्स लगाना ही सही होगा।
------------------------------------------
📅 कब से लागू होंगे नए बदलाव?
दोस्तों, सबसे बड़ा सवाल यह है कि ये नए GST रेट्स कब से लागू होंगे।
तो आपको बता दें कि सरकार ने साफ़ कर दिया है कि ये बदलाव 1 अक्टूबर 2025 से पूरे देश में लागू होंगे। यानी अभी सितंबर महीने तक पुरानी दरें ही लागू रहेंगी, लेकिन अक्टूबर से आपको बाजार में नई कीमतें देखने को मिलेंगी।
-------------------------------
⚖️ असर आम जनता पर
👉 आम जनता को सबसे बड़ा फायदा EV चार्जिंग उपकरण और Food Processing Machinery में मिलेगा। इससे किसानों, छोटे व्यवसायियों और आम ग्राहकों की जेब हल्की होगी।
👉 वहीं, हैंडमेड खिलौनों और लोकल क्राफ्ट आइटम्स के सस्ते होने से छोटे कारीगरों का कारोबार बढ़ेगा और लोगों को स्थानीय उत्पाद कम दाम में मिलेंगे।
👉 लेकिन अगर आप ऑनलाइन गेम खेलते हैं या महंगी घड़ियाँ और प्रीमियम ज्वेलरी खरीदते हैं, तो आपकी जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।
-----------------
🎯 निष्कर्ष
तो दोस्तों, आज की सबसे बड़ी खबर यही रही कि GST काउंसिल ने कुछ वस्तुओं को सस्ता और कुछ को महंगा कर दिया है।
सस्ता हुआ: हैंडमेड खिलौने, लोकल क्राफ्ट, EV चार्जिंग उपकरण और फूड प्रोसेसिंग मशीनरी।
महँगा हुआ: लक्ज़री घड़ियाँ, प्रीमियम ज्वेलरी और ऑनलाइन गेमिंग सेवाएँ।
और याद रखिए, ये सारे बदलाव 1 अक्टूबर 2025 से लागू हो जाएंगे।
------------------------------------
दोस्तों, आपको क्या लगता है – सरकार का यह फैसला सही है या गलत? क्या लग्ज़री आइटम्स पर ज्यादा टैक्स लगना चाहिए और आम जरूरत की चीज़ों पर कम? अपनी राय हमें कमेंट में ज़रूर बताइएगा।
अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो पोस्ट को शेयर करें और हमारी ब्लॉग की लिंक को शेयर करें,ताकि आपको ऐसी ही ज़रूरी खबरें सबसे पहले मिलें।
धन्यवाद 🙏
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें